केतु अनुष्ठान क्या है?
केतु अनुष्ठान एक प्रमुख हिंदू धार्मिक अनुष्ठान है जो केतु ग्रह के शुभ फलों को प्राप्त करने के लिए किया जाता है। केतु ग्रह को हिंदी ज्योतिष में शिव का प्रतीक माना जाता है और इसे भक्ति, आध्यात्मिकता और सिद्धियों का कारक माना जाता है। केतु अनुष्ठान से व्यक्ति को केतु ग्रह के दुष्प्रभावों से मुक्ति मिलती है और उसे जीवन में समृद्धि और स्थिरता की प्राप्ति होती है।
केतु अनुष्ठान के लाभ:
- आध्यात्मिक समृद्धि: केतु अनुष्ठान व्यक्ति को आध्यात्मिक समृद्धि में मदद करता है और उसे अपने आत्मज्ञान की दिशा में ले जाता है।
- सिद्धियों की प्राप्ति: यह अनुष्ठान व्यक्ति को सिद्धियों की प्राप्ति में मदद करता है और उसे उच्चतम आध्यात्मिक अनुभव का अनुभव कराता है।
- कार्यक्षमता और सफलता: केतु अनुष्ठान व्यक्ति को कार्यक्षमता और सफलता में मदद करता है और उसे उच्च स्तर पर अर्जित कर्मफल प्राप्त होता है।
- भक्ति और प्रेम: इस अनुष्ठान से व्यक्ति को भक्ति और प्रेम की भावना में भरपूर अनुभव होता है, और उसे सम्पूर्णता की भावना में ले जाता है।
केतु अनुष्ठान व्यक्ति को केतु ग्रह के दुष्प्रभावों से मुक्ति दिलाता है और उसे जीवन में समृद्धि और स्थिरता की प्राप्ति होती है।